बिछड़ के आपसे हम को बड़ा अहसास होता है
जिया इस ज़िदगी को सोच के ये दिल भी रोता है
तुम्हारे बिन धड़कने को माना करता है मेरा दिल
मेरा दिल शाम सुबह, ये दुआ करता है आ के मिल
जो मिल जाओ तो कुछ, जिंदगी की आस बंध जाये
नहीं तो रेत मुट्ठी से, न जाने कब फिसल जाये
ये दीवाने की किस्मत है, जो हंस कर चैन खोता है
जिया इस ज़िदगी को सोच के ये दिल भी रोता है
तुम्हारे बिन नहीं है चैन, ना दिल को है क़रार आता
ये दिल जो पास में होता, जो दर पे ना बीमार आता
मेरे आंसूं मेरी फरयाद, कोई काम ना आई
वो संग दिल है ना माना, मैंने दी लाख दुहाई
खुदा से मांगता मिलता, ना मांगों कुछ ना मिलता है
जिया इस ज़िदगी को सोच के ये दिल भी रोता है
अजब है प्यास इस दिल की नज़र आये तो बुझती है
नहीं मिलता है जब महबूब, शोलों सी भड़कती है
ये दिल भी है बड़ा नादाँ, इसे समझाउं मैं कैसे
वफ़ादारी नहीं फितरत, उसे बतलाऊँ मैं कैसे
मेरा दिल भोला भाला, सीदा साधा मुझे महसूस होता है
जिया इस ज़िदगी को सोच के ये दिल भी रोता है
बिछड़ के आपसे हम को बड़ा अहसास होता है
जिया इस ज़िदगी को सोच के ये दिल भी रोता है
मज़हर अली
Mob.9452590559
Online Birthday Gifts
ReplyDeleteBest Birthday Gifts Online