सोलह सावन जिस जोवन को तूने पाला पोसा है
इस जोवन के क़दमों को मेरे प्यार का बोसा है
इस जोवन के लिए शहंशाह मरते मिटते आये हैं
जो बैरागी थे दुनियां से, वो भी कहाँ बच पाये हैं
मैं भी फ़िदा हूँ इस जोवन पे, ये जोवन ही ऐसा है
सोलह सावन जिस जोवन को तूने पाला पोसा है
तेरे रूप की छाँव मिले फिर दुनियां की परवाह किसे
दोनों जहाँ की खुशियाँ मिले और सारी ख़ुदाई मिले उसे
ऐसे में परवाह किसे फिर मौसम चाहे जैसा है
सोलह सावन जिस जोवन को तूने पाला पोसा है
इस जोवन के क़दमों को मेरे प्यार का बोसा है
मज़हर अली
Online Birthday Gifts
ReplyDeleteBest Birthday Gifts Online