जब से गया है छोड़के ये दिल उदास है
ऐसा भी लग रहा है के तू आस पास है
तुझ से बिछड़ से आज भी तन्हा नहीं हूँ मैं
खुशबु तेरे बदन की अभी मेरे पास है
तुम क्या गये के रूठ गयी हम से हर ख़ुशी
पैमाने ख़ाली हाँथ में ख़ाली गिलास है
आँखें खुली रहीं मेरी मरने के बाद भी
आँखों को मेरी आपके आने की आस है
आजा तू मेरे प्यार की चादर को ओढ़ कर
दीवाना तेरा तेरे लिए बदहवास है
जिसने भी तुझ को देखा वो तेरा ही हो गया
न जाने तेरे हुस्न में क्या खास बात है
मायूसियाँ 'नियाज़' के चेहरे की देखकर
ये गुल उदास चाँद सितारे उदास है
मोहम्मद नियाज़ महोब्वी
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